Tuesday, 27 October 2015

श्री विद्यासागर जी गुरुवर हमारे


               भजन 

श्री विद्यासागर जी गुरुवर हमारे , 
संसार सिंधु के तुम हो किनारे 

तू ज्ञानसागर की पहली लहर है 
जाना कहाँ पे , ये तुझको खबर है 
हमको भी ले चल मुक्ति की मंजिल 
जीवन की नैया है , तेरे सहारे 

तुम हो अहिंसा धर्म के मसीहा 
तुम स्वाति की बूँद , मैं हूँ पपीहा 
हमको ज़िला दो , हमको पिला दो 
आध्यात्म अमृत वचन ये तुम्हारे 

सम्यक्त्व समता के आलय तुम्ही हो 
माँ भारती के , हिमालय तुम्ही हो 
पथ तुमसे पावन , उपकारी जीवन 
हम अश्रु जल से चरणा पखारें 

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